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क्या और क्यूँ क्या बदल रहा है, गूगल पर धार्मिक इतिहास!
(CRS इमरान साग़र की क़लम से)
इस्लाम धर्म को इन्टर नेट की दुनियाँ गूगल विकिपीडिया पर किस तरह से तोड़ मरोड़ और गफलत भरे अंदाज़ में पेश किया जाने लगा या फिर पू्र्व में दर्ज सही इस्लामिक इतिहास को खत्म कर उसे इस्लामिक युवा वर्ग को किस तरह पेश किया जाने लगा, कुछ इस प्रकार भी हो सकता है!
भारत में इस्लाम का आगमन करीब सातवीं शताब्दी में हुआ बताया जाता है, लेकिन हो सकता हो यह उससे कई सदी पूर्व में मौजूद रहा हो परन्तु इतिहास के पन्नो में दर्ज न किया गया हो, (629 ईसवी सन्) और तब से यह भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत का एक अभिन्न अंग बन गया है!
घोघा, गुजरात में बरवाड़ा मस्जिद, (623 ईसवी सन् से पहले निर्मित), मेथला, केरल में चेरामन में जुमा मस्जिद (629 ईसवी सन्) और तमिलनाडु के पलैया जुम्मा पल्ली (या पुरानी जुम्मा मस्जिद – 628- 630 ईसवी सन्), किलाकरई में पहली मस्जिदों में से तीन हैं!
यहाँ सबसे कमाल बात यह है कि जब भारत में इस्लाम की बुनियान 7वीं सदी में होना मिल गई तो फिर
मोहम्मद ग़ोरी द्वारा विजय के माध्यम से बारवीं शताब्दी में #इस्लाम धर्म का उत्तर भारत में आने और न आने का क्या मतलब हो सकता है! लेकिन तब से इस्लाम धर्म भारत की धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत का एक हिस्सा बन गया! वर्षों से, सम्पूर्ण भारत में हिन्दू और मुस्लिम संस्कृतियों का एक अद्भुत मिलन होता आया है! भारत के आर्थिक उदय और सांस्कृतिक प्रभुत्व में मुसलमानों ने महती भूमिका निभाई है! भारत में विवाह, विरासत और वक्फ संपत्ति से जुड़े मुसलमानों के अधिकार मामले मुस्लिम व्यक्तिगत कानून द्वारा नियंत्रित होते हैं, एैसा गूगल की विकिपिडाया बताती है और अदालतों ने यह फैसला दिया कि शरीयत या मुस्लिम कानून की भारतीय नागरिक कानून की अपेक्षा अधिक प्रधानता होगी!
अब दूसरी ओर विकीपिडिया गूगल पर इस्लाम धर्म को कैसे प्रस्तुत कर रहा है समझे जरा- लोकप्रिय विश्वास के विपरीत, इस्लाम भारत में मुस्लिम आक्रमणों से पहले ही दक्षिण एशिया में आ चुका था! इस्लामी प्रभाव को सबसे पहले अरब व्यापारियों के आगमन के साथ 7वीं शताब्दी के प्रारम्भ में महसूस किया जाने लगा था! प्राचीन काल से ही अरब और भारतीय उपमहाद्वीपों के बीच व्यापार संबंध अस्तित्व में रहा है! यहां तक कि पूर्व-इस्लामी युग में भी अरब व्यापारी मालाबार क्षेत्र में व्यापार करने आते थे, जो कि उन्हें दक्षिण पूर्व एशिया से जोड़ती थी! इतिहासकार इलियट और डाउसन की पुस्तक द हिस्टरी ऑफ इंडिया एज टोल्ड बाय इट्स ओन हिस्टोरियंस के अनुसार भारतीय तट पर 630 ई॰ में मुस्लिम यात्रियों वाले पहले जहाज को देखा गया था! पारा रौलिंसन अपनी किताब: एसियंट एंड मिडियावल हिस्टरी ऑफ इंडिया में दावा करते हैं कि 7वें ई॰ के अंतिम भाग में प्रथम अरब मुसलमान भारतीय तट पर बसे थे!