
CRS AGENCY| जोशीमठ में लगातार ज़मीन धंस रही है जिसके कारण वहां के लोगों में डर का माहौल बना हुआ है। भारी बर्फबारी के कुछ दिनों बाद इमारतों में दरारें चौड़ी होने की खबरें मिली है। चमोली के जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने कहा जोशीमठ में भारी बर्फबारी के कारण, कुछ इलाकों में इमारतों में दरारें चौड़ी होने की खबरें मिली हैं। हमारी टीम हीटर, गर्म पानी और अन्य सभी आवश्यक सुविधाएं प्रदान करने के लिए काम कर रही है। जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने कहा कि जोशीमठ में भारी बर्फबारी के कारण कोई हादसा होने पर राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) और पुलिस की टीमें अलर्ट पर हैं। जोशीमठ में राहत शिविरों का हाल बताते हुए उन्होंने कहा राहत शिविरों में बिजली की समस्या पर नजर रखने के लिए एक कार्यकारी स्तर के इंजीनियर शिविर में मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि टीम परिवार को हर जरूरी सुविधा मुहैया कराने का काम कर रही है।
वहीं आपदा प्रबंधन सचिव रंजीत कुमार सिन्हा ने मीडिया को बताया की जोशीमठ में किये जा रहे पुनर्वास एवं राहत कार्य चल रहे हैं और प्रभावित आठ काश्तकारों को तत्काल सहायता के रूप में प्रति परिवार 50 हजार रु. कुल 4 लाख रुपये की राशि आवंटित की गयी है। रंजीत कुमार सिन्हा ने बताया की जोशीमठ में 218 प्रभावित परिवारों को अग्रिम राहत के रूप में 3.27 करोड़ रुपये से अधिक वितरित किए गए हैं। उन्होंने कहा, जोशीमठ के नगरपालिका क्षेत्र में 18 गर्भवती महिलाएं हैं, जो वर्तमान में राहत में नहीं हैं। ये गर्भवती महिलाएं अपने घरों में रह रही हैं। उन्होंने कहा, ‘इन महिलाओं का स्वास्थ्य परीक्षण लगातार किया जा रहा है। इसके अलावा राहत शिविरों में 10 साल से कम उम्र के 81 बच्चे हैं, जिनका चिकित्सकीय परीक्षण किया जा रहा है।
