स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पं अमोल शर्मा की कलश यात्रा गांव से निकालकर पहुंचा शहीद स्मारक रायबरेली l
गदागंज /रायबरेली- स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पं अमोल शर्मा 07 जनवरी 1921 मुंशीगंज गोलीकांड की बात की जाए तो अंग्रेजों ने किसान आंदोलन और हिंदू सभा के महान नेता अमोल शर्मा, बाबा जानकी दास,थे इनको सई नदी पर अंग्रेजों ने गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया था इतने पर सई नदी पहुंचे किसानों द्वारा अपने नेताओं की मांग की गई तो अंग्रेजों ने सई नदी का पुल ही तोड़ दिया तभी हजारों की संख्या में किसानों ने अंग्रेजों को मुंहतोड़ जवाब दिया तो अंग्रेजों ने किसानों पर गोली चलाई जिसमें बदलू बेड़िया को पहली गोली लगी सभी किसानों का आक्रोश बड़ा और मुंशीगंज जलियांवाला बाग बन गया सई नदी रक्त से लाल हो गई ऐसे वीर सपूतों की यह पावन धरती है जिस समय ब्रिटिश दस्ता की बेडियो में जगड़ा हुआ था हर स्वास में मुक्ति पाने के लिए संघर्षरत था जिले के सपूतों ने स्वाधीनता का प्रथम संग्रह राणा बेनी माधव सिंह की अध्यक्षता में लड़ा और अपनी शक्ति का लोहा मनाया स्वतंत्रता संघर्ष के इस पावन अनुष्ठान में अपने ही हाथों में खलल डालने का कुचक्र रचा जिसमें किसान आंदोलन अतीरंजीत अत्याचार के विरुद्ध पूरे देश में किसानों ने विदेशी शासको की दमनकारी नीतियों के विरुद्ध समय-समय पर अपने शक्ति का दमन किया किसान आंदोलन संपूर्ण राष्ट्र के हुक्मरानो की नींद उड़ाने में सफल रहा स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पं अमोल शर्मा अंग्रेजी शासन काल में हिंदू महासभा और किसानो की रक्षा करने के लिए कई बार जेल भी गए ऐसे वीर पुरुष थे पंडित अमोल शर्मा, बाबा जानकी दास, लालता प्रसाद, बद्री नारायण सिंह, लेकिन अगर बात की की जाए तो कई कार्यकाल बीत गए और कई प्रधानमंत्री भी बने और कई मुख्यमंत्री भी बने लेकिन अब तक ऐसे वीर पुरुषों के गांव सभी सुविधाओं से वंचित है अब देखना यह है कि जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने रेल कोच कारखाना रायबरेली में आकर कहा था कि हम ऐसे पावन भूमि पर आए हैं जहां पर पंडित अमोल शर्मा बाबा जानकी दास बद्री नारायण सिंह जैसे स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के वीर सपूत थे देखना यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में इन वीर पुरुषों के गांव के लिए कौन-कौन सी सुविधाएं दी जाती है या फिर सिर्फ यादों में ही सिमट कर रह जाएगी अगर बात की जाए तो स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पं अमोल शर्मा के गांव सभी सुविधाओं से वंचित है ना ही कोई स्कूल की व्यवस्था है और ना ही कोई हॉस्पिटल है बता दे की हर वर्ष स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पं अमोल शर्मा की हर वर्ष 7 जनवरी को कलश यात्रा अधिकारी व नेता और सैकड़ो ग्रामीणों के साथ गंगा के पावन तट से जल भरकर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पं अमोल शर्मा की कलश यात्रा गदागंज थाने मंदिर पर रखकर दीप प्रचलित कर एसडीएम डलमऊ अभिषेक वर्मा वीडियो दीन शाह गौरा अशोक सचान गदागंज थाना प्रभारी संतोष सिंह शिव बाबू प्रभा शंकर शुक्ला भोला शर्मा गदागंज व्यापार मंडल अध्यक्ष इंतजार सिंह आशीष सिंह दुर्गा सिंह कोटेदार भिखारी महाराज आदि सैकड़ो लोगों की उपस्थिति में एसडीएम अभिषेक वर्मा के द्वारा हरी झंडी दिखाकर बस को शहीद स्मारक रायबरेली के लिए रवाना की गई
RAEBARELI(DALMAU)
TAHSIL CORRESPONDENT