बदायूँ- गुरूबार को गिन्दो देवी महिला महाविद्यालय बदायूँ की आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ (आई० क्यू०ए० सी०) के तत्वावधान में प्राचार्या डॉ वंदना शर्मा के संरक्षण एवं निर्देशन में व कॉर्डिनेटर आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ (आई० क्यू०ए० सी०)व प्रभारी मिशन शक्ति असिस्टेंट प्रोफेसर सरला देवी चक्रवर्ती के संयोजन एवं नेतृत्व में चलाए जा रहे में चलाए जा रहें “मिशन शक्ति विशेष अभियान” के तहत “लैंगिक समानता” पर स्लोगन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।जिसमें छात्राओं ने बढ़ चढ़ कर प्रतिभाग किया।
कार्यक्रम ऑन लाइन व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से माँ शारदे को नमन् कर किया गया। प्राचार्या डॉ वंदना शर्मा ने छात्राओं को बताया कि स्त्री पुरुष समानता (लैंगिक समानता) किसी समाज की वह स्थिति है जिसमें संसाधनों एवं अवसरों की उपलब्धता की दृष्टि से स्त्री और पुरुष में कोई भेदभाव नहीं किया जाता। सभी स्त्री हो या पुरुष, सभी को आर्थिक भागीदारी एवं निर्णय-प्रक्रिया में समान रूप से देखा जाता है। कार्यक्रम संयोजिका प्रभारी मिशन शक्ति असिस्टेंट प्रोफेसर सरला चक्रवर्ती ने बताया कि बेटे एक ही घर को रोशन करते हैं, जबकि बेटियां दो घरों में उजाला लाती हैं। यदि इन्हें भेद भाव रहित खुला आसमान मिले तो निश्चित ही समाज व देश में संपन्नता आएगी। इसके लिए हम सभी को मिलकर आगे आना होगा। इस अवसर पर छात्राओं कु सलोनी, उजाला शंखधार, शालिनी सागर, राजकुमारी, पूनम यादव, स्नेहा आदि ने विभिन्न स्लोगनों यथा- लड़का हो या लड़की
दुनिया किसी एक से नहीं चलती, “लड़का और लड़की समाज के अभिन्न अंग है, दोनों के बिना ही समाज अपंग है”, न लड़का उपर है न लड़की कम है दोनों में ही कुछ कर दिखाने का दम है।” देश है हमारा पितृ प्रधान, खत्म करो इसे और समझो लड़का लड़की को समान।” लड़की को दो लड़को से हक देखो प्रगति थोड़े से सबर को रख।” जिस घर को पुरूष और नारी मिलकर चलाए वह देश खुशहाल बन जाए आदि के माध्यम से लड़का लड़की एक समान दोनों से ही रोशन यह संसार का संदेश जन जन तक पहुँचाया। प्रतियोगिता में राजकुमारी प्रथम, उजाला द्वितीय एवं सलोनी तृतीय रही।प्राचार्या व कार्यक्रम संयोजिका सरला ने सभी छात्राओं का उत्शाहवर्धन किया।
BADAUN
DISTRICT CORRESPONDENT