सहसबान,बदायूं–अधिवक्ताओं का अपनी मांगों के समर्थन में एसडीएम और तहसीलदार न्यायालय का तेहरवें दिन
बहिष्कार जारी रहा अधिवक्ताओं ने कचहरी परिसर से जुलूस निकालकर बार एसोसिएशन के भवन पहुंचकर एसडीएम और तहसीलदार के खिलाफ नारेबाज़ी की अधिवक्ताओं ने एक स्वर से कहा कि एसडीएम और तहसीलदार अपनी मनमानी पर उतारू है। अदालतों में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार फैला हुआ है। अधिवक्ताओं ने इसकी शिकायत मोबाइल फोन से कमिश्नर से कर तहसील में हो रहे नायव कारनामों से अवगत कराया। तथा यह भी बताया कि एसडीएम उल्टे सीधे आदेश पर अधिवक्ताओं पर दबाव बनाने का प्रयास कर रहे हैं उन्होंने बताया कि 7 जुलाई को एक आदेश मौखिक रूप से उपनिबंधक सहसवान को दिया जिसमें बताया गया कि खसरे की तहसीलदार से प्रमाणित प्रति बैनामा के समय दाखिल करने पर ही रजिस्ट्री की जाए। इसके बाद सब रजिस्टार ने एक नोटिस दीवार पर चश्मा कर दिया जिसमें कहा गया की एसडीएम सहसवान ने मौखिक आदेश दिया है की जब तक तहसीलदार द्वारा प्रमाणित खसरा की प्रति बैनामा रजिस्टी के समय दाखिल करने पर ही बैनामा की रजिस्ट्री की जाए।एसडीएम के इस आदेश के बाद से अधिवक्ताओं में आक्रोश फैल गया अधिवक्ताओं ने सब रजिस्टर से कहा की एसडीएम के आदेश की लिखित प्रति उपलब्ध कराएं। अगर एसडीएम लिखित में आदेश करते हैं। तब बैनामा के समय तहसीलदार से प्रमाणित खसरे की प्रति दाखिल करने पर ही बैनामा की रजिस्ट्री कराएंगे । कमिश्नर ने अधिवक्ताओं को आश्वासन दिया कि उनकी मांगों पर विचार कर उचित कार्रवाई की जाएगी इस संबंध में जिलाधिकारी से भी वार्ता करेंगे।
BADAUN
DISTRICT CORRESPONDENT