CRS AGENCY(सहारनपुर)। सितंबर 2021 में संदिग्ध हालात में मारे गए एक व्यक्ति के मामले में 12 पुलिसकर्मियों पर हत्या समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जिसमें 3 सब-इंस्पैक्टर, 8 पुलिस कांस्टेबल और महिला पुलिस कांस्टेबल शामिल है।
मारे गए व्यक्ति का नाम जीशान हैदर है। पुलिस का दावा है कि खेत में गाय की हत्या करके उसका मांस निकाला जा रहा था। पुलिस के रेड करने पर आरोपियों ने गोलियां चलाना शुरू कर दिया लेकिन पुलिस ने जवाबी फायरिंग नहीं की। दावा है कि कथित हथियारबंद जीशान और असील को पुलिस ने बिना गोली चलाए पकड़ लिया। जीशान को उस वक्त टांग में गोली लगी हुई थी। वहीं जीशान की पत्नी अफरोज ने नवंबर 2021 में सीजेएम कोर्ट में CRPC की धारा 156(03) के तहत आवेदन देकर पुलिसवालों पर उनके पति की हत्या करने का आरोप लगाया था।
जीशान के भाई ईसा रजा ने दावा किया है कि 5 सितंबर 2021 की रात उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में देवबंद के थीथकी गांव के किसान जीशान हैदर को पुलिसवालों का फोन आया था। इसके बाद वो अपनी पत्नी को बताकर घर से निकल गए। 5 सितबंर की सुबह 6 बजे पुलिस वालों ने परिजनों को सूचना दी कि जीशान को हादसे में गोली लग गई है। परिजन देवबंद अस्पताल पहुंचे तो बताया गया कि जीशान सहारनपुर में हैं। सहारनपुर अस्पताल पहुंचने पर परिजनों को जीशान की लाश मिली। 25 नवम्बर 2021 को कोर्ट को भेजी गयी डीटेल में पुलिस ने पूरी वारदात की अपनी कहानी बयां की है उस रात क्या हुआ था।
जीशान के वकील चौधरी जान निसार ने कहा कि जीशान हथियार का लाइसेंस होल्डर था और एक अच्छा आदमी था। सितंबर 2021 में पुलिसवालों की फायरिंग में उसकी मौत हो गई थी. उसके बाद से 156(3) की कार्रवाई सीजीएम के पास पेंडिंग में थी। अब तीन एसआई समेत 12 के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है।
परिजन बोले इंसाफ की जीत हुई-
जीशान के भाई ईसा रजा ने कहा रात को मेरे भाई को बुलाकर पुलिस ले गई और उसका मर्डर कर दिया। पुलिस की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं हुई, अब 18 महीने बाद सीजीएम कोर्ट से इस मामले में इंसाफ मिला है। अब पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
पुलिस क्या बोली-
पुलिस का दावा है कि खेत में गाय की हत्या करके उसका मांस निकाला जा रहा था। पुलिस की रेड पड़ने पर आरोपियों ने गोलियां चलाना शुरू कर दी लेकिन पुलिस ने जवाबी फायरिंग नहीं की। दावा है कि कथित हथियारबंद जीशान और असील को पुलिस ने बिना गोली चलाए पकड़ लिया। जीशान को उस वक्त टांग में गोली लगी हुई थी। पुलिस ने कहा कि ये गोली जीशान के साथियों के हाथ से चली और उनके साथ खड़े जीशान को लग गयी थी।
जबकि मेडीकल रिपोर्ट के मुताबिक जीशान की जांघ में गोली लगी थी। पुलिस ने कथित तौर पर उसका इलाज नहीं कराया और ज्यादा खून निकलने की वजह से उसकी मौत हो गई।
किन धाराओं में केस दर्ज किया था पुलिस ने-
पुलिस ने जीशान की मौत के बाद उनके खिलाफ 3 मुकदमें दर्ज किए जिसमें सबसे पहला मुकदमा जान से मारने का प्रयास और हत्या का है। दूसरा मुकदमा गौवध निवारण अधिनियम के तहत दर्ज किया गया है। तीसरा केस अवैध हथियार बरामदगी के संबध में दर्ज किया गया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक क्या बोले-
सहारनपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विपिन ताड़ा ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर केस दर्ज कर लिया गया है। निष्पक्षता से मामले की विवेचना की जाएगी और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई होगी। वहीं आरोपियों के निलंबन के सवाल पर एसएसपी ने कहा कि जांच चल रही है, जो कार्रवाई उचित होगी करेंगे।
मृतक की पत्नी क्या बोली-
जीशान की पत्नी ने बताया कि मेरे पति किसान थे और उनके पास करीब 40 बीघा जमीन थी। उनकी मृत्यु होने तक उनके ख़िलाफ़ कोई मुकदमा दर्ज नहीं था। उनका कोई भी आपराधिक बैकग्राउंड नहीं था। सहारनपुर जिलाधिकारी से उन्हें दो बंदूक का लाइसेंस भी मिला था।
सहारनपुर चीफ जुडीशियल मजिस्ट्रेट ने 19 जनवरी 2023 को जारी किए फैसले में पुलिस को केस दर्ज कर विवेचना करने का आदेश दिया है। 21 जनवरी को देवबंद पुलिस ने इस संबध में केस दर्ज कर लिया। इससे ठीक एक दिन पहले 20 जनवरी को इस केस के आरोपी हैड कॉन्स्टेबल सुखपाल सिंह को हर्टअटैक आया। सहारनपुर में इलाज के दौरान उनकी हालत गंभीर होने के बाद उन्हें मेरठ के मिमहेन्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जबकि सुखपाल सिंह का रिटायरमेंट भी करीब है। बताया जाता है कि केस दर्ज होने के आदेश के बाद उन्हें सदमा लगा था।