CRS AGENCY। पाकिस्तान की इस्लामिया यूनिवर्सिटी ऑफ बहावलपुर (IUB) में ड्रग्स और ब्लैकमेलिंग के केस का खुलासा हुआ है। स्टूडेंट्स को प्रोफेसर्स का एक गिरोह ही ड्रग्स बेच रहा था। कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। इनके फोन्स से गर्ल्स स्टूडेंट्स के वीडियोज मिले हैं। आरोप है कि इन वीडियोज के जरिए लड़कियों को ब्लैकमेल किया जा रहा था।
सरकार ने इस केस को दबाने की तमाम कोशिशें कीं, लेकिन एक मीडिया रिपोर्ट के जरिए स्कैंडल सामने आ ही गया। यूनिवर्सिटी के चीफ सिक्योरिटी ऑफिसर को बर्खास्त करने के बाद गिरफ्तार भी कर लिया गया है।
पाकिस्तान के अखबार ‘द डॉन’ ने इस ड्रग्स रैकेट पर तफ्सीली रिपोर्ट पब्लिश की है। इसमें पुलिस का बयान भी शामिल है। पुलिस के मुताबिक- IUB में ड्रग्स रैकेट पर कई दिनों से जानकारी मिल रही थी। जांच में पाया गया कि यूनिवर्सिटी के कुछ प्रोफेसर्स ही इस रैकेट को चला रहे थे। छापे के दौरान एक प्रोफेसर से हेरोइन बरामद भी हुई।पुलिस इस मामले की जांच जून से कर रही थी, हालांकि सबूत न मिलने की वजह से आरोपियों के खिलाफ एक्शन लेना मुमकिन नहीं था। पुख्ता जानकारी मिलने के बाद 28 जून को यूनिवर्सिटी के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर को गिरफ्तार किया गया। उसके पास से काफी ड्रग्स बरामद हुए।फाइनेंस अफसर को एक वैन से पकड़ा गया। उसके साथ यूनिवर्सिटी का चीफ सिक्योरिटी ऑफिसर भी मौजूद था। इसके पास से भी ड्रग्स मिले। इन दोनों के फोन चेक किए गए तो पुलिस के होश उड़ गए। इनमें यूनवर्सिटी की स्टूडेंट्स और फीमेल टीचर्स के अश्लील वीडियोज थे। जांच में पता चला कि इन लड़कियों और फीमेल टीचर्स को ब्लैकमेल किया जाता था और उनके साथ अलग-अलग ठिकानों पर रेप भी किया गया।