रायबरेली। मिशन शक्ति 4.0 के तहत जिलाधिकारी के निर्देश पर जनपद के सभी न्याय पंचायतों में क्रमशः तिथिवार चौपालों/ शिविरों का आयोजन किया जा रहा है | इसके माध्यम से महिला सशक्तिकरण, नारी सम्मान, नारी सुरक्षा, स्वावलम्वन, ऑपरेशन मुक्ति के तहत बाल श्रम/बाल विवाह आदि के बारे में जागरूक किया जा रहा है | इसी क्रम में शुक्रवार को जनपद के विकासखंड – अमावां में प्रधान सम्मेलन आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता ग्राम प्रधान सौम्या पाण्डेय ने की । इस सम्मेलन में उपस्थित प्रधानों को महिला कल्याण द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी दी गई | जिला प्रोबेशन अधिकारी जय पाल वर्मा ने कहा – महिला कल्याण विभाग द्वारा संचालित सभी योजनाओं जैसे-मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, उ0प्र0 मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना (कोविड), उ0प्र0 मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना (सामान्य), पति की मृत्यु के बाद निराश्रित महिला पेंशन योजना, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ आदि योजनाओं का प्रचार-प्रसार के साथ ही बाल श्रम (प्रतिषेध एवं अधिनियम) संशोधित अधिनियम-2016 के अन्तर्गत निहित प्राविधानों का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है । मन्दिर/मस्जिद, रेलवे स्टेशन/बस स्टेशन, ढाबा, दुकानो एवं कारखानों में बाल श्रम/भिक्षावृति कर रहे 14 वर्ष से कम उम्र के बालक/बालिकाओं के रेस्क्यू एवं उनके पुनर्वासन आदि के लिए समस्त ग्राम पंचायतों में ग्राम बाल संरक्षण समिति के द्वारा अभियान चलाया जा रहा है जिसके अन्तर्गत बाल श्रम करा रहे लोगो के विरूद्ध अधिनियम में विहित प्राविधानों के अनुसार कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दिये जा रहे है |
श्री वर्मा ने बाल विवाह किये जाने पर विधिक कार्यवाही की जानकारी एवं बाल विवाह से होने वाली परेशानियों/कठिनाईयों की जानकारी कैम्प में आयी हुयी महिलाओं/बालिकाओं/ आदि को दी | उन्होंने बताया- उपरोक्त सभी योजनाओं की जानकारी औरलाभ विकास भवन स्थित, जिला प्रोबेशन कार्यालय के माध्यम से भी प्राप्त की जा सकती है। उक्त कार्यक्रम मे महिला कल्याण अधिकारी शेफाली सिंह, बाल संरक्षण अधिकारी वीरेंद्र पाल, बाल कल्याण समिति अके ध्यक्ष ओजस्कर पाण्डेय, प्रभारी मीना मंच एस एस पाण्डेय , ग्राम प्रधानपति कौशलेंद्र पाण्डेय (दीपू), सहित कुल 36 प्रधानों ने प्रतिभाग किया ।
RAEBARELI
CORRESPONDENT