तिलहर अस्पताल में बढ़ी मरीजो की भीड़ स्टाफ की कमी से बढ़ सकती है और भी अव्यवस्था!
CRS तिलहर/शाहजहाँपुर-बदलते मौसम में डेगू और और मलेरिया के बढ़ते प्रकोप के डर से अस्पतालो में एक बार फिर मरीजो से भरी भीड़ भी बढ़ती नज़र आने लगी है! मात्र दो डॉक्टरो के कांधो पर मरीजो की जिम्मेदारी, अस्पताल परिसर को अव्यवस्थित सी करती नज़र आ रही है!
जनपद के तिलहर स्थित CHC सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर OPD में प्रतिदिन लगभग 1200 मरीजो का पंजीकरण हो रहा है! मरीजो से भरा 2 बजे तक चलने वाला OPD कार्य अस्पताल मात्र दो डॉक्टरो पर अक्सर निरंभर देखा जाता है उसमें एक्सीडेंट व मेडीको लीगल ट्रीटमेंट को बोझ समझते स्टाफ की झुंझलाहट किसी से छिपी नही है!
संविधा/निविदा और प्रायवेट स्तर से काम कर रहे कर्मचारी अपनी मनमर्जी के मालिक कहे जा सकते हैं तो वहीं स्थानीय स्तर से तैनात वर्षो से एक ही जगह काम कर रहे कर्मियों के आसमान छूते नखरे मरीजो से अभ्रद व्यवहार के लिए अक्सर चर्चा बने रहते हैं!
बीते सप्ताह, अस्पताल के गार्ड से हुआ विवाद भी काम के बोझ की झुंझलाहट का हिस्सा कहा जाए तो गलत नही होगा! कर्मचारियों में आपसी सम्नव्य की कमी के चलते तथा वरिष्ट के दिशानिर्देशन का मखौल भले उनका अपना वर्चस्व बनाए रखने में मदद कर रहा हो लेकिन इससे जहाँ मरीजो को सुविधाए नही मिल पा रही हैं तो वहीं व्यवस्थाएं भी जैसे ठप्प रहने को बढ़ावा मिल रहा है!
सूत्र बताते हैं कि शिकायतो और चर्चा के अन्तर्गत जब कभी जिले के आला अफसर या मंण्डल से कोई अधिकारी जांच करने पहुंचे तो उससे पूर्व ही कुछ समय के लिए तत्काल व्यवस्थाओं को ठीक करा कर संचालित कराया नज़र आने लगता है और उनके बापस जाते ही वही ढ़ाक के तीन पात!