CRS NEWS प्रयागराज, उत्तरप्रदेश। आज से शुरू हुए महाकुंभ मेले ने एक बार फिर आस्था, संस्कृति और परंपरा का अद्वितीय संगम प्रस्तुत किया है। पहले ही दिन करीब 90 लाख श्रद्धालुओं ने पवित्र संगम में आस्था की डुबकी लगाई। इस महाकुंभ मेले में देश-विदेश से करोड़ों श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। आयोजकों का अनुमान है कि इस बार कुल 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालु महाकुंभ में शामिल होंगे।
महाकुंभ में न केवल भारत के विभिन्न राज्यों से श्रद्धालु पहुंचे हैं, बल्कि विदेशी पर्यटक भी इस धार्मिक महोत्सव का हिस्सा बन रहे हैं। हाल ही में एपल के सह-संस्थापक स्टीव जॉब्स की पत्नी, लॉरेन पॉवेल जॉब्स, स्वामी कैलाशानंद गिरि के आश्रम पहुंचीं। यह दर्शाता है कि भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिकता का वैश्विक प्रभाव बढ़ रहा है।
महाकुंभ के भव्य आयोजन में बॉलीवुड कलाकारों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। प्रसिद्ध गायक शंकर महादेवन, कैलाश खेर और अन्य कलाकार अपनी प्रस्तुति देकर श्रद्धालुओं का मन मोह रहे हैं।
प्रयागराज प्रशासन और मेले की व्यवस्था से जुड़े सभी विभागों ने सुनिश्चित किया है कि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। जगह-जगह मेडिकल कैंप, सुरक्षा बल, और स्वच्छता सेवाओं की व्यवस्था की गई है।
श्रद्धालुओं से आग्रह किया गया है कि वे स्वच्छता बनाए रखें और मेले के नियमों का पालन करें। महाकुंभ का यह आयोजन भारतीय संस्कृति की एक अमूल्य धरोहर है, जिसे संरक्षित रखना हम सभी का कर्तव्य है।
महाकुंभ केवल एक धार्मिक मेला नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति, परंपरा और आस्था का जीवंत प्रतीक है। गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के पवित्र संगम पर आस्था की डुबकी लगाने से जीवन के समस्त पापों से मुक्ति का विश्वास किया जाता है।
CORRESPONDENT
RAEBARELI