मुख्यमंत्री स्वास्थ्य मेलों में अनिवार्य रूप से अलग से लगे टीबी का स्टाल
– टीबी मरीजों को गोद लेने वालों का निक्षय पोर्टल पर होगा पंजीकरण
– ओपीडी में कुल आने वाले मरीजों में से 5% की होगी टीबी जांच
– सीएचओ को टीबी की स्क्रीनिंग और उपचार सेवाओं में सक्रिय भागीदारी निभाने के लिए किया गया प्रशिक्षित
रायबरेली देश को वर्ष 2025 तक क्षय रोग यानि टीबी मुक्त बनाने के प्रधानमंत्री के संकल्प को साकार करने के लिए हरसम्भव कोशिश लगातार जारी है। इसी क्रम में अब हर रविवार को सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर आयोजित होने वाले मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेले में निश्चित रूप से अलग से टीबी के स्टाल लगाये जायेंगे। इसके अलावा बीसीपीएम और कम्युनिटी हेल्थ आफिसर (सीएचओ) को टीबी की स्क्रीनिंग और उपचार सेवाओं में सक्रिय भागीदारी निभाने के लिए प्रशिक्षित किया गया है । निक्षय पोर्टल संचालित करने के लिए सीएचओ को हैंड्स ऑन प्रशिक्षण 8 अगस्त, 11 अगस्त, व 16 अगस्त को जिला क्षय रोग अधिकारी अनुपम सिंह की अध्यक्षता में दिया गया |
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. वीरेंद्र सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य मेले में आने वालों को टीबी के लक्षण जैसे- दो हफ्ते से अधिक समय से खांसी आना व बुखार बना रहना, खांसी के साथ बलगम में खून आना, रात में पसीना आना, वजन गिरना, भूख न लगना आदिके बारे में बताया जाएगा। इसके अलावा मुफ्त जाँच और उपचार के बारे में भी विस्तार से बताया जाएगा। जाँच में जिन लोगों में टीबी की पुष्टि होगी, उनका इलाज तत्काल शुरू किया जायेगा।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि इसके अलावा राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत इसी माह से अब यह व्यवस्था भी की गयी है कि टीबी मरीजों को गोद लेने वालों (डोनर) को चिन्हित कर निक्षय पोर्टल पर अनिवार्य रूप से पंजीकृत किया जाएगा। इनको अब निक्षय मित्र के रूप में जाना जायेगा। इसके साथ ही क्षय रोगियों का नोटिफिकेशन बढाने के लिए अब सरकारी अस्पतालों (स्वास्थ्य इकाइयों) की ओपीडी में आने वाले कुल मरीजों में से माहवार पांच फीसद मिलते-जुलते लक्षण वाले मरीजों को टीबी की जांच के लिए रेफर किया जाएगा।इसके साथ ही निक्षय पोषण योजना के तहत क्षय रोगियों को इलाज के दौरान हर महीने मिलने वाले 500 रुपये का भुगतान भी सुनिश्चित किया जाए।
जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि 150 सीएचओ को राष्ट्रीय क्षयरोग उन्मूलन जिला कार्यक्रम समन्वयक अभय मिश्रा, जिला पब्लिक प्राइवेट मिक्स समन्वयक मनीष श्रीवास्तव व डीपीटीसी अतुल कुमार ने प्रशिक्षण दिया | इस दौरान वरिष्ठ उपचार पर्वेक्षक के.के. श्रीवास्तव, करुणा शंकर मिश्रा, आशुतोष त्रिपाठी, अलंकार शर्मा, विवेक कुमार, दिनकर, प्रदीप, ऋषिकेश त्रिपाठी, शिवेंद्र सिंह, मैसूर आलम, शिवशंकर यादव, सुनील कुमार, वरुण देव, दीपू पटेल आदि उपस्थित थे।