डलमऊ रायबरेली-योगेन्द्र मौर्य✍️✍️
शारदीय नवरात्र समाप्त होने के उपरांत विभिन्न स्थानों व कस्बों में पंडालों में सजी हुई मां दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन शुरु हो जाता है जिसमें तहसील क्षेत्र के अतिरिक्त अन्य क्षेत्र व अन्य जनपदों से हजारों की संख्या में मूर्तियों का विसर्जन डलमऊ के गंगा तट पर किया जाता है जिसको लेकर प्रशासन द्वारा तैयारियों का दावा किया जाता है लेकिन विसर्जन स्थल के साथ-साथ जाने वाले मार्ग में अव्यवस्थाओं को लेकर यदि प्रशासन समय से नहीं चेता तो दुर्घटना की संभावना हो सकती है
शारदीय नवरात्रि का पर्व खत्म होने के बाद मंगलवार से मूर्तियों के विसर्जन का सिलसिला शुरू हो जाएगा जिसमें रायबरेली जनपद के अतिरिक्त अमेठी व बाराबंकी जिले से हजारों की संख्या में छोटी या बड़ी मूर्तियों का विसर्जन होता है डलमऊ के छोटा-मठ, बड़ा मठ के बीच प्रशासन द्वारा मूर्तियों को विसर्जित कराए जाने के लिए गड्ढे बनवाए जाते हैं जहां पर लोग आकर मूर्तियों का विसर्जन करते हैं और गंगा घाट पर स्नान करते हैं लेकिन विसर्जन स्थल पर समतलीकरण वह आने जाने वाले रास्ते को सही ना कराए जाने के चलते दुर्घटना की संभावना बनी रहती है वहीं पर स्नान करते समय गहरे जल पर रोक लगाने एवं प्रशासन की लापरवाही के चलते अप्रिय घटना से इनकार नहीं किया जा सकता है डलमऊ नगर पंचायत के पास स्नान घाटों के बैरीगेटिंग का जिम्मा होता है लेकिन वर्तमान स्थिति को देखते हुए गहरे जल में स्नान से प्रतिबंध लगाने के कोई इंतजाम नहीं किए गए वहीं पर मुराई बाग से मकनपुर रोड पर जगह-जगह पर लगे हुए मौरंग गिट्टी के ढेर भी दुर्घटना का सबक बन सकते हैं बड़ा मठ एवं छोटा मठ को जाने वाले रास्ते में कटीले पेड़ भी श्रद्धालुओं के लिए समस्या खड़ी करेंगे।
शारदीय नवरात्रि का पर्व खत्म होने के बाद मंगलवार से मूर्तियों के विसर्जन का सिलसिला होगा शुरू
अव्यवस्थाओं के बीच होगा मूर्तियों का विसर्जन
ट्रैफिक व्यवस्था बन सकती है बाधा
नवरात्रि के उपरांत मूर्ति विसर्जन करने के लिए
दूरदराज से हजारों की संख्या में लोग ट्रैक्टर ट्राली पर सवार होकर ढोल नगाड़ों की धुन पर नाचते गाते हुए डलमऊ के घाटों पर पहुंचते हैं यदि समय रहते प्रशासन के द्वारा इस पर प्रतिबंध नहीं लगाया गया तो कानपुर जैसी घटना की पुनरावृति से इनकार भी नहीं किया जा सकता है वहि उपजिलाधिकारी डलमऊ आसाराम वर्मा ने पुलिस अधीक्षक को ट्रैफिक व्यवस्था को नियंत्रित किए जाने के लिए पत्र लिखा है मूर्ति विसर्जन के दौरान फतेहपुर से आने वाले बड़े वाहनों को रोककर रूट डायवर्जन किए जाने की सिफारिश की गई है गत वर्षों में देखा गया है कि श्रद्धालु ट्रैक्टर ट्राली पर क्षमता से अधिक सवार होकर घाटों तक पहुंचते हैं और ढोल नगाड़ों की धुन पर झूमते रहते हैं यदि प्रशासन द्वारा इन पर रोक न लगाई गई तो बड़ी घटना से भी इनकार नहीं किया जा सकता है उपजिलाधिकारी आशाराम वर्मा ने बताया कि मूर्ति विसर्जन संबंधी सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है पुलिस विभाग को निर्देशित किया गया है लापरवाही से यदि ट्रैक्टर ट्राली में क्षमता से अधिक श्रद्धालु पाए गए तो संबंधित वाहन स्वामियों के खिलाफ कार्यवाही के साथ ही वाहनों को सीज करने की भी कार्रवाई की जाएगी