रिपोर्ट- योगेन्द्र मौर्य
CRS/रायबरेली : बलिया जनपद में नकल माफियाओं की पोल खोलने वाले पत्रकारों को गिरफ्तार कर जेल भेजने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। आज रायबरेली जिले में ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष चन्द्रेश त्रिवेदी की अध्यक्षता में महामहिम राज्यपाल उत्तर प्रदेश को संबोधित ज्ञापन अपर पुलिस अधीक्षक विश्वजीत श्रीवास्तव रायबरेली को विभिन्न मांगों को लेकर एक ज्ञापन सौंपा गया। और ज्ञापन के माध्यम से यह मांग किया गया है कि प्रदेश में विभिन्न जिलों में पत्रकारों के उत्पीड़न की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, अभी हाल ही में बलिया जनपद उसके आसपास के अन्य जनपदों में सुनियोजित बड़े पैमाने पर नकल कराई जाती है। स्थानीय पत्रकार समाचार पत्र अमर उजाला व सहारा के लिए काम करने वाले पत्रकार अजीत ओझा, दिग्विजय सिंह व मनोज गुप्ता को अंग्रेजी के प्रश्न पत्र लीक प्रकरण को उजागर करने के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। बलिया जिला प्रशासन नकल माफियाओं पर सीधी कार्रवाई करने के बजाय कलम के सिपाहियों का मुंह बंद करने और हाथ बांधने की कोशिश के साथ पत्रकारिता करने वालो का गला घोटने का काम किया जा रहा है। जिसके लिए प्रदेश में पत्रकारों में आक्रोश व्याप्त है। जिला अध्यक्ष चंद्रेश त्रिवेदी वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष भास्कर त्रिपाठी राममिलन शर्मा की अगुवाई में आज ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के बैनर तले महामहिम राज्यपाल उत्तर प्रदेश को मुख्य कई बिंदुओं पर ध्यान आकृष्ट कराते हुए मांग किया है। जिला अध्यक्ष चंद्रेश त्रिवेदी ने कहा कि नकल माफियाओं के कुकृत्य की व्यापक जांच एवं पेपर लीक का खुलासा करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई के साथ पत्रकारों के खिलाफ दर्ज मुकदमा वापस हो, बलिया जनपद के जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक व अन्य अधिकारियों की भूमिका की न्यायिक जांच कराई जाए तथा परिणाम आने तक उन्हें निलंबित कर दिया जाए जिससे जांच प्रक्रिया को प्रभावित न किया जा सके। इस अवसर पर जिला उपाध्यक्ष भास्कर त्रिपाठी ने कहा की प्रदेश में पत्रकार उत्पीड़न की घटनाओं पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई जाए विभिन्न समाचार पत्रों चैनलों मीडिया संस्थानों में कार्यरत पत्रकारों को शासन स्तर से सूचीबद्ध किया जाए। उत्तर प्रदेश की मान्यता नियमावली में संशोधन कर उसमें पत्रकारों की सुरक्षा के लिए उपबंध शामिल किया जाए। उत्तर प्रदेश में पत्रकार आयोग का गठन करके उसमें मान्यता प्राप्त सभी संगठनों के प्रतिनिधित्व दिया जाए। ग्रपए के वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष राममिलन शर्मा ने कहा की उत्तर प्रदेश में किसी भी पत्रकार को किसी प्रकार में कथित रूप से संलिप्त पाए जाने की दशा में तब तक गिरफ्तारी न की जाए, जब तक पुलिस विभाग के एक राजपत्रित अधिकारी स्तर से उसकी जांच पूरी न कर लिया जाए, उन्होंने बताया की कई बिंदुओं पर महामहिम राज्यपाल उत्तर प्रदेश से मांग की गई है। ज्ञापन देने के पहले वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष राममिलन शर्मा ने सभी मांग विन्दुवार पढ़कर सुनाया गया। इस अवसर पर ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन जनपद रायबरेली इकाई के सभी पदाधिकारी मौजूद रहे।