*फायरऑफिसर की नौकरी छोड़ समाज सेवा के लिए मिसाल पेश कर रहे हैं इंजीनियर सुमित*
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लालगंज के सुमित यादव ने समाज सेवा के लिए सरकारी नौकरी छोड़ दी और समाज सेवा का बीड़ा उठा लिया
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परिजनों ने लाख समझाया लेकिन सुमित अपने निर्णय पर रहे अटल आज हर तबके में है पहचान
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लालगंज रायबरेली। हर सामाजिक समस्या का समाधान बन जाऊं ,जरूरतमंदों की जरूरत का सामान बन जाऊं, बनके नेता नेतागिरी करने का शौक नहीं मुझे ,चाहत है समाज सेवा का दूसरा नाम बन जाऊं यह ख्यालात है इंजीनियर सुमित यादव के अगर दिल में सेवा करने का जज्बा हो तो व्यक्ति अपने सुख को त्याग करने में तनिक संकोच नहीं करता है लालगंज के रहने वाले सुमित यादव का सिलेक्शन फायर ऑफिसर में दिसंबर 2022 को हुआ ऑल इंडिया भर्ती में सिलेक्शन के बाद गुजरात के गांधी नगर फायर स्टेशन ऑफिसर की भूमिका निभा रहे सुमित यादव ने 10 मार्च 2023 को पद से रिजाइन दे दिया और ऐसा भी नहीं कि किसी कारण और दबाव से सुमित ने नौकरी से इस्तीफा दे दिया बल्कि इसका कारण समाज सेवा था सुमित नौकरी करते थे नियमित आमदनी थी जिससे सुमित ताउम्र जिंदगी ऐसो अराम से गुजार सकते थे लेकिन जब उन्होंने लोगों की परेशानी को देखा समाधान के लिए भटकते देखा तो उन्होंने सोचा कि ऐसे लाचार लोगों के लिए अपने शहर में रहकर कुछ करना चाहिए इसी सोच के साथ उन्होंने फायर ऑफिसर कि नौकरी से वीआरएस ले लिया और समाज सेवा में जुट गए
*कैसे मिली प्रेरणा?:* सुमित यादव बताते हैं कि जब मैं छुट्टी पर घर आता तो देखा कि यहां पर गरीब तबके के लोगों की कही सुनवाई नहीं हो रही है। गरीब को किसी काम के लिए दर-दर भटकना पड़ता है। फायरमैन में नौकरी करके तो हम देश सेवा में अपनी भागीदारी निभा रहे थे लेकिन अपने गांव अपने शहर में रहकर समाज सेवा करने की जरूरत थी और इसी वजह से उन्होंने समाज सेवा की ठानी
*आज परिचय का मोहताज नहीं सुमित का चेहरा*
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आर्थिक तंगी से आज जहां हर युवा जूझ रहा है और सरकारी नौकरी की चाह में युवाओं की अच्छी लंबी चौड़ी कतारे हैं। जहां सरकारी नौकरी पाना किसी खजाने के पाने से कम नहीं है। फिर भी सरकारी नौकरी को ठोकर मारके समाज सेवा के रास्ते निकल पड़ना वाकई में कसौटी की जिंदगी में खरे उतरने के बराबर का सफर है असल में सही मायने में समाज सेवा यही है जो इंजीनियर सुमित यादव पेश कर रहे हैं वरना सुख की जिंदगी छोड़कर कौन ठोकरो से होकर जिंदगी गुजारना चाहता है आज के समय में समाज सेवा ने सुमित को लालगंज क्षेत्र के उन अनगिनत गांवो में अपनी धाक जमा ली है जो अब किसी से छुपा नहीं रहा युवा समाजसेवी सुमित के हर संघर्ष पर उनके साथ युवाओं की एक लंबी चौड़ी फेहरिस्त बयां कर रही है कि कम समय में समाजसेवी सुमित यादव ने अपनी अलग पृष्ठभूमि समाज में बना ली है।
RAEBARELI(DALMAU)
TAHSIL CORRESPONDENT