पेंशन के लिए भटक रहीं दाने-दाने को मोहताज विधवा मंजू देवी!
सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से वंचित है मंजू देवी का परिवार!
CRS न्यूज़ पुवायाँ/शाहजहांपुर!
कहते हैं कि मुकद्दर जब साथ नहीं देता है तो व्यक्ति को दर-दर की ठोकरें खानी पड़ती हैं! 2 साल पूर्व पति राजेश की मृत्यु के बाद से चार नाबालिग बच्चों के साथ पन्नी तानकर खुले आसमान के नीचे रह रही मंजू देवी की मुसीबतें कम नहीं हो रही हैं! क्षय रोग से पीड़ित मंजू देवी को न तो सरकार द्वारा समुचित इलाज की सुविधा भी उपलब्ध हो पा रही है और न ही कभी तक पारिवारिक हितलाभ या विधवा पेंशन जैसी कोई सरकारी सुविधाएं उपलब्ध हो सकीं! इसे सिस्टम की लापरवाही कहें या मलाईदार पदों पर बैठे बाबुओं की कारस्तानी जो तभी फाइल आगे बढ़ाते हैं जब उसका उपयुक्त चढ़ावा उन्हें चढ़ाया जाये!
क्षेत्र के ग्राम पंचायत पुरेना की गांव सभा कंजा निवासी मंजू देवी ने बताया कि विधवा पेंशन हेतु आवेदन किए छह महीने से अधिक बीत चुके हैं लेकिन अभी तक उन्हें पेंशन योजना का लाभ नहीं मिल सका! जबकि ब्लॉक और तहसील के चक्कर काटते-काटते उनके पैरों की चप्पलें तक घिस चुकी हैं। टीबी रोग से पीड़ित मंजू देवी को बीमारी की हालत में चलना भी मुश्किल है। घर में चार नाबालिग बच्चे खाने वाले हैं! लेकिन सरकार की ओर से अभी तक कोई ऐसी सहायता प्राप्त नहीं हुई है जिससे उसके परिवार का भरण- पोषण आसानी से हो सके!