विकास के नाम पर घटिया सामिग्री से हो रहा है नगर पालिका के नये सभाग़ार की इमारत और नालो का निर्माण!
सरकारी धन का कहीं जम कर बंदर बांट तो नही चल रहा है!
CRS तिलहर/शाहजहाँपुर-नगर पालिका परिसर में निर्माणाधीन मीटिंग हॉल की इमारत में लगने वाली सामिग्री को नगर के सभासदो ने घटिया बता कर ज्ञापन के माध्यम से शिकायत की! सभासदो ने नये सदन की अपने सभागार की निर्माणाधीन इमारत अपने स्तर से जांच करने के बाद यह कदम उठाया परन्तु उस पर अब तक कोई संज्ञान नही लिया जा सका! अब इसे नगर पालिका प्रशासन और ठेकेदार की मिलीभगत कहे या फिर नावांगत EO पर अनेक पालिका शासन की जिम्मेदारी के चलते काम का बोझ, कहना मुश्किल है!
हालाकि नगर में विकास के नाम पर दशक पूर्व से पालिका भूमि पर दुकानो का निर्मण हो या गंदे पानी के निकास को नाले नालियों की मरम्मत या निर्माण हो या फिर गलियों में बिछाई गई टाईल रूपी सीमेंट की ईट हो, सब स्थरो में लगभग मानक के अनूरूप काम न कराए जाने की जैसे परम्परा सी चल रही हो और पालिका परिसर में सभागार इमारत का निर्माण भी अब उसी परम्परा का हिस्सा बताया जाने लगा!
शासनादेश की धज्जियाँ उड़ाते हुए नगर को विकास और सौन्द्रीकरण के पथ पर लेजाने में जिस प्रकार से काम होता नज़र आता है उससे अन्दाज़ा यही लगाया जा सकता है कि सरकार के पैसे का जमकर बंदरबांट हो रहा है क्यूंकि तमाम मौखिक और लिखित शिकायतो के बाद भी इस संज्ञान नही लिया जाता नज़र आता है क्यूंकि टूटी सड़के और बेकार पड़े इंडिया मार्का नल, गन्दगी और अतिक्रमण से पटे टूटे और संकरे नाले चीख चीख अपनी कहानी बैंया करते नज़र आते है लेकिन इस सुनवाई तो जैसे ढ़ाक के तीन पात जैसी होती है!