CRS NEWS रायबरेली डलमऊ: दीपावली के दिन दो पक्षों के बीच पटाखा खरीदने के विवाद ने एक अलग ही मोड़ ले लिया जब डलमऊ पुलिस पर रिटायर्ड फौजी और उसके परिजनों के साथ मारपीट का आरोप लगा। पीड़ित फौजी इंदल सिंह ने पुलिस पर आरोप लगाया कि उन्होंने उन्हें थर्ड डिग्री देकर बुरी तरह पीटा, जिसे लेकर क्षेत्र में पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
घटना के अनुसार, सेंदुरामऊ निवासी चाहत सिंह अपने दोस्त के साथ पटाखे खरीदने घुरवारा बाजार पहुंचे थे, जहां घुरवारा निवासी सनी सोनकर और विशाल पटेल से किसी पुराने विवाद को लेकर झगड़ा हो गया। सूचना मिलते ही चौकी इंचार्ज हिमांशु मलिक अपने पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और दोनों पक्षों को चौकी पर लाए।
कुछ ही देर बाद चाहत सिंह के परिवार के लोग, जिसमें इंदल सिंह भी शामिल थे, चौकी पहुंचे और कार्यवाही का विरोध करते हुए पुलिस से बहस करने लगे। इसी बीच पुलिस और फौजी के परिजनों के बीच झड़प हो गई। आरोप है कि इस दौरान पुलिस ने इंदल सिंह समेत अन्य लोगों को एक कमरे में बंद कर बुरी तरह पीटा।
पीड़ित परिवार का कहना है कि पुलिस ने इतना बेरहमी से मारपीट की कि चीखें चौकी के बाहर तक सुनाई दे रही थीं। आरोप है कि पुलिस ने रात भर बिना किसी से मिलने की इजाजत दिए इंदल सिंह और उसके परिवार के सदस्यों को पीटा। अगले दिन पुलिस ने मेडिकल परीक्षण कराकर इंदल सिंह सहित छह लोगों को जेल भेज दिया। इन सभी पर विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया, जिसमें एससी-एसटी की धारा भी शामिल है।
इंदल सिंह ने इस मामले में पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार लगाई है। उनका कहना है कि पुलिस ने उनके साथ ऐसा बर्ताव किया जैसा कि वह एक आतंकवादी के साथ भी नहीं करते। पीड़ित फौजी की पत्नी आरती सिंह ने भी पुलिस अधीक्षक कार्यालय में अपने पति के साथ हुए कृत्य की निंदा की और न्याय की मांग की है।
इस मामले पर क्षेत्राधिकारी डलमऊ अरुण कुमार नवहार का कहना है कि दो पक्षों में विवाद हुआ था, जिसे शांत कराने के लिए पुलिस ने हस्तक्षेप किया था। पुलिस के अनुसार, इंदल सिंह और उसके परिजन हथियारों के साथ चौकी पर पहुंचे और पुलिस से मारपीट की।
यह मामला पुलिस और नागरिकों के बीच विश्वास के रिश्ते को तोड़ता है। फौजी परिवार के लोग न्याय की आस में हैं और प्रशासन से मामले की निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं।
CORRESPONDENT
RAEBARELI