मातृ वंदना सप्ताह के दौरान अधिक 2204 गर्भवती का पंजीकरण
पीएमएमवीवाई के तहत पहली बार गर्भवती होने पर तीन किश्तों में मिलते हैं 5000 रुपये
उन्नाव, पहली बार गर्भवती होने वाली महिलाओं के बेहतर स्वास्थ्य देखभाल व उचित पोषण प्रदान करने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (पीएमएमवीवाई) चलायी जा रही है | इसके तहत तीन किश्तों में पांच हजार रूपये प्रदान किये जाते हैं | जिले में योजना के निर्धारित लक्ष्य को पूरा करने के उद्द्देश्य से एक से सात सितम्बर तक “मातृ वंदना सप्ताह” मनाया गया जिसे बाद में बढ़ाकर 10 सितंबर तक कर दिया गया | इस सप्ताह को आयोजित करने का उद्देश्य योजना का अधिक से अधिक प्रचार – प्रसार करना, स्वास्थ्य और पोषण के प्रति संवेदनशीलता को बढ़ावा देना तथा अधिक से अधिक गर्भवती को इस योजना के तहत पंजीकृत करना था | यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. सत्यप्रकाश ने दी |
मुख्य चिकित्सा अधिकारी का कहना है कि सरकारी सेवा से जुड़ी महिलाओं को छोड़कर पहली बार गर्भवती होने वाली सभी गर्भवती और धात्री को इस योजना का लाभ दिया जाता है | केंद्र सरकार की यह महत्वाकांक्षी योजना एक जनवरी 2017 से चल रही है | उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत पहली बार गर्भवती होने पर पोषण के लिए पांच हजार रुपये तीन किश्तों में गर्भवती के खाते में दिए जाते हैं | पहली किश्त 1,000 रुपये की गर्भधारण के 150 दिनों के अंदर पंजीकरण कराने पर, दूसरी किश्त में 2,000 रुपये प्रसव पूर्व जांच कराने पर 180 दिनों के अन्दर और 2,000 रूपये की तीसरी किश्त प्रसव पश्चात तथा शिशु के प्रथम चक्र का टीकाकरण पूरा होने पर मिलती है |
योजना के नोडल अधिकारी और अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. हरिनंदन प्रसाद ने बताया- अभियान के तहत गर्भावस्था के दौरान उचित पोषण, बच्चों के नियमित टीकाकरण, संस्थागत प्रसव, प्रसव पूर्व देखभाल के महत्व के बारे में भी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा समुदाय को जागरूक किया गया तथा इससे सम्बंधित सेवाएं भी मुहैया करायी गईं |
इसके साथ ही फॉर्म भरने संबंधी शिकायतों का निस्तारण भी किया गया | स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा अप्रूव्ड फॉर्म का रूटीन में निस्तारण किया गया |
पीएमएमवीवाई के जिला कार्यक्रम समन्वयक अवश शुक्ला ने बताया- इस योजना का आवेदन फॉर्म भरने के लिए आशा या एएनएम् से मदद ली जा सकती है या घर बैठे www.pmmvy.case.nic.in पर लॉग इन कर स्वयं आवेदन किया जा सकता है | एक से 10 सितंबर तक 2204 पात्र लाभर्थियों का पंजीकरण किया गया तथा 2017 से अब तक 91737 लाभार्थियों को योजना का लाभ दिया जा चुका है।
लाभार्थी को कोई दिक्कत आ रही है या उसे सहायता की जरूरत है तो मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के पी.एम.एम.वी.वाई सेल ( द्वितीय तल) या नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र या स्टेट हेल्पलाइन नम्बर 104 पर भी कॉल कर सकता है |