योगी सरकार में भ्रष्टाचार ग्रामीणों के संग हो रहा सौतेला व्यवहार आपात्रों को दिया जा रहा लाभ पात्रों को नहीं मिल रहा सरकारी योजना का लाभ जब गांव के मुखिया का गांव के विकास व जरूरत मंदो को पहचानने का नजरिया बदल जाए तो शायद गांव के विकास की गति धीमी पड़ सकती है व भ्रष्टाचार करने में आसानी हो जाती है। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि व लेखपाल की मिलीभगत से गांव में अपात्रों को कृषि आवंटन सूची तैयार कर शासन को भेज दी है।
मामला रायबरेली ऊंचाहार तहसील क्षेत्र के विकासखंड ऊंचाहार ग्राम सभा पट्टी रहस कैथवल का है। निवासी प्रशान्त कुमार व ललित कुमार ने जिला अधिकारी को शिकायती पत्र देकर आरोप लगाते हुए बताया है। कि गांव में हल्का लेखपाल व ग्राम प्रधान कि मिलीभगत से कृषि आवंटन पत्रावली की सूची बिना ग्राम सभा में खुली बैठक के अपात्र व्यक्तियों की सूची तैयार कर ली है संबंधित अधिकारी को भेज दी है। आरोप लगाते हुए यह भी बताया कि कृषि आवंटन की गाइड लाइन के अनुसार कृषि आवंटन को पूरे ग्राम में डुग्गी पिटवाकर व एनाउंसमेंट के माध्यम से खुली बैठक कराकर कृषि आवंटित की जाती है। लेकिन यहां पर न तो किसी को सूचना मिली और न ही बताया गया। ग्रामीणों को जानकारी तो तब हुई जब गांव में ग्राम प्रधान द्वारा ठंड में टेंट लगाकर राहगीरों को कंबल वितरण का कार्यक्रम रखा और पहले से तैयार कृषि आवंटन सूची को मुख्य अतिथि ऊंचाहार एस डी एम को पेश करते हुए पारदर्शिता कर दी ।
इसी संबंध में जिलाधिकारी को लिखित प्रार्थना पत्र देकर पात्र एवं अपात्र जांच कराने की मांग की