रायबरेली – सीएम योगी भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों पर भले ही सख्त कार्यवाही कर रहे हैं लेकिन तहसील में तैनात लेखपालों पर सरकार की भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति को पलीता लगाते नजर आ रहे है लेखपाल रायबरेली की सदर तहसील में तैनात लेखपाल अखिलेश कुमार का एक ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें एक व्यापारी से जमीन नापने के एवज में डेढ लाख रुपये की माँग की जा रही है। व्यापारी द्वारा इतने रुपये देने में असमर्थता जताए जाने पर लेखपाल द्वारा उससे एक लाख रुपये देने की बात कही गई। इतना ही नही लेखपाल ने जिले में तैनात जिलाधिकारी के साथ साथ एसडीएम , तहसीलदार और नायाब तहसीलदार को बिना औकात का अधिकारी बता डाला। लेखपाल अखिलेश कुमार के कथित ऑडियो के वायरल होने के बाद प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मचा हुवा है। एसडीएम सदर मिथिलेश कुमार त्रिपाठी ने नायाब तहसीलदार को मामले की जाँच के आदेश दिए थे वही नायब तहसीलदार तेजस्वी त्रिवेदी की रिपोर्ट पर लेखपाल को निलंबित कर दिया गया है।
वही इस मामले में एडीएम प्रशासन प्रफुल्ल त्रिपाठी ने बताया कि तहसील सदर में एक घटना प्रकाश में आई है जिसकी जांच एसडीएम सदर द्वारा नायब तहसीलदार से जांच कराई गयी है तो जांच में जो आवाज है उससे यह प्रतीत हो रही है की उसी का है एसडीएम द्वारा उसको सस्पेंड कर दिया गया है और प्रारंभिक जांच की जा रही है।
RAEBARELI(DALMAU)
TAHSIL CORRESPONDENT