आशा द्वारा घर घर जाकर की जायेगी मलेरिया की जांच!
मलेरिया रोधी माह के अंतर्गत 11 जून तक मनाया जाएगा मलेरिया एक्टिव स्क्रीनिंग अभियान!
अभियान के दौरान 2 हज़ार 360 लोगों की हो चुकी है जांच!
CRS शाहजहाँपुर-जनपद में जून महीने को मलेरिया रोधी माह के रूप में मनाया जा रहा है। आमतौर पर लोग मलेरिया का नाम सुनते ही डर जाते हैं! क्योंकि मलेरिया का समय पर इलाज न मिलने पर ये जानलेवा साबित हो सकता है! बरेली मंडल में जनपद शाहजहाँपुर विगत वर्षो में वेक्टर ( मच्छर ) बोर्न डिसीज़ के लिए अतिसंवेदेंशील क्षेत्र रहा है!
वर्तमान में जनवरी से मई 2022 तक की मलेरिया की रिपोर्ट के आधार पर जनपद में लक्ष्य के सापेक्ष मलेरिया स्क्रीनिंग जनपद में मात्र 13 प्रतिशत ही दर्ज़ की गयी है! माह मई 2022 की समीक्षा के उपरान्त सबसे न्यूनतम स्थान पर रहने वाले ब्लॉकों जैसे ददरौल, खुटार, कलान, सिंधौली एवं कांट में स्क्रीनिंग काफी कम दर्ज की गयी है, जिसके लिए जनपद में 1 जून से 11 जून तक मलेरिया एक्टिव स्क्रीनिंग अभियान चलाया जा रहा है!
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एस.पी.गौतम द्वारा समस्त सामुदायिक/प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों के चिकित्सा अधीक्षक/प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को तत्काल निर्देश जारी कर लक्ष्य के सापेक्ष स्क्रीनिंग करने के तत्काल निर्देश दिए गए है! मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया जनपद के ब्लॉक ददरोल में मलेरिया स्क्रीनिंग का लक्ष्य 1488 रखा गया था जबकि 308 लोगों की ही मलेरिया जांच की गयी! वहीं खुटार ब्लॉक में 1256 लक्ष्य के सापेक्ष 281, कलान ब्लॉक में 1250 लक्ष्य के सापेक्ष 280, सिंधौली ब्लॉक में 1313 लक्ष्य के सापेक्ष 424 तथा कांट ब्लॉक में 1232 लक्ष्य के सापेक्ष 402 की ही मलेरिया की जांच की गयी!
उन्होंने बताया जनपद में लक्ष्य के सापेक्ष मलेरिया स्क्रीनिंग की संख्या बढाने के लिए जून माह को मलेरिया रोधी माह के रूप में मनाया जा रहा है इसके अंतर्गत 1 जून से 11 जून तक मलेरिया एक्टिव स्क्रीनिंग अभियान चलाया जा रहा है! जिसमे आशा और ए.एन.एम का पूर्ण सहयोग लिया जा रहा है! 1,4, 8 और 11 जून को ए.एन.एम द्वारा ग्राम स्वास्थ्य पोषण दिवस (वीएचएनडी) सत्र पर तथा अन्य दिनों में आशा कार्यकर्ता द्वारा घर घर जाकर मलेरिया की जांच की जायेगी! उन्होंने बताया 1 जून से 5 जून तक 2 हज़ार 360 लोगों की जांच की जा चुकी है जिनमें से 3 लोगों में मलेरिया की पुष्टि हुई!
जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. लईक अहमद ने बताया मलेरिया की आशंका को देखते हुए जून माह को मलेरिया रोधी माह के रूप में मनाया जा रहा है। इसके तहत लोगों को मलेरिया से बचाव के संबंध में जागरूक किया जाएगा। एक से 30 जून तक चलने वाले मलेरिया रोधी माह में जन समुदाय को मच्छर (वेक्टर) के प्रजनन स्थल जैसे जल पात्रों को खाली कराने, कूलर, पानी के टैंक, गमले, पशु पक्षियों के पीने के पात्र व प्रयोग में न आने वाली सामग्री नारियल के खोल, प्लास्टिक की कप, बोतल व अन्य निष्प्रयोज्य सामग्री को समाप्त करने के संबंध में लोगों को अवगत कराया जाएगा!
गांव स्तर पर मलेरिया रोग की त्वरित पहचान कराते हुए उसे उपचार के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचाने की जिम्मेदारी आशा और एनएम को दी गयी है। इस माह में इस बात पर विशेष बल दिया जाएगा कि मलेरिया रोग की शीघ्र पहचान की जाए और जटिल मलेरिया रोगियों को निकटतम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर शीघ्र पहुंचाया जाए। मलेरिया रोधी माह के दौरान स्लोगन लिखे जाएंगे, जिससे लोगों में जागरुकता फैले!