CRS NEWS रायबरेली: उत्तर प्रदेश के हापुड़ में गुरुवार को प्राइवेट चिकित्सक मेडिकल एसोसिएशन के डॉक्टरों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेशों के खिलाफ उग्र प्रदर्शन किया। सरकार द्वारा अवैध और बिना लाइसेंस के चल रहे अस्पतालों, पैथोलॉजी लैब, और अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर कड़ी कार्रवाई के आदेश के विरोध में डॉक्टरों ने तहसील चौराहे पर जाम लगा दिया, जिससे शहर में यातायात पूरी तरह बाधित हो गया। प्रदर्शन का नेतृत्व एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. एसके शर्मा ने किया।
सरकार के इस फैसले का विरोध करते हुए डॉक्टरों ने सरकार से तुरंत आदेश वापस लेने की मांग की। उनकी यह हरकत ना सिर्फ जनता को परेशान करने वाली थी, बल्कि प्रशासन के प्रति असहनीय अवज्ञा भी थी। पुलिस को जैसे ही जाम और प्रदर्शन की सूचना मिली, मौके पर पहुंची और शांतिपूर्वक स्थिति संभालने का प्रयास किया। लेकिन जब प्रदर्शनकारियों ने बात मानने से इनकार किया और अराजकता फैलाने की कोशिश की, तो पुलिस ने सख्त कदम उठाते हुए एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. एसके शर्मा को तुरंत हिरासत में ले लिया और उन्हें कोतवाली ले जाया गया।
पुलिस की इस त्वरित और सख्त कार्रवाई से प्रदर्शनकारियों के हौसले पस्त हो गए और बाकी पदाधिकारी तितर-बितर हो गए। इस पूरी घटना के दौरान आम जनता को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, क्योंकि चौराहे पर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और लोग कई घंटे तक जाम में फंसे रहे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा जारी निर्देश राज्य में झोलाछाप डॉक्टरों और अवैध चिकित्सा सेवाओं को खत्म करने के उद्देश्य से दिए गए हैं। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य अवैध चिकित्सकीय गतिविधियों पर रोक लगाकर लोगों को सुरक्षित और प्रमाणित स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना है। हालांकि, कुछ निजी चिकित्सकों ने इस कानूनी कार्रवाई का विरोध करते हुए अपनी जिम्मेदारी और कर्तव्य को भूलकर सड़कों पर उतरने का गलत फैसला किया।
पुलिस ने समय पर कार्रवाई करके यह संदेश दिया है कि कानून और व्यवस्था को बाधित करने की अनुमति किसी को नहीं दी जाएगी।
CORRESPONDENT
RAEBARELI