विकास से अछूता गांव,मरीज को खाट पर ले जाते इलाज कराने
सलोन रायबरेली
सरकार के लाख प्रयास के बावजूद गांवों का विकास अधूरा है।क्योंकि दावे तो बड़े-बड़े किए जाते हैं लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है।क्योंकि सूरते हाल देखकर विकास की पोल जरूर खोल रही हैं।बीमार होने पर मरीज को चारपाई से ले जाने के बाद सड़क नसीब होती हैं।आपको बताते चलें कि मामला सलोन तहसील के विकासखंड डीह के अंतर्गत पूरे नत्थे मजरे रोखा गांव का हैं।जहां आज भी विकास के दावों की पोल खोल रहा हैं।क्योंकि इस गांव में जाने के लिए कच्ची सड़क हैं।जो बारिश में चलने के काबिल नहीं हैं।हालांकि क्षेत्रीय जन प्रतिनिधि चुनाव के समय में वोट मांगने जाते हैं बड़े-बड़े विकास के दावे करते हैं। लेकिन चुनाव बाद कभी मुड़कर देखते भी नहीं।सबसे ज्यादा परेशानी स्कूली बच्चों व मरीजों को होती है क्योंकि गांव तक वाहन पहुंच नहीं पाता पैदल ही गांव के बाहर जाना पड़ता हैं।वहीं गांव के आशीष कुमार,गुड्डू,अंसार अहमद नैमननिशा आदि लोगों ने बताया कि गांव में अभी तक कोई भी सरकारी कार्य नहीं हुआ।गांव के लिए तीन रास्ता है सभी कच्चे मार्ग हैं।जिसमें इतना कीचड़ है की पैदल निकलना मुश्किल है। स्कूली बच्चे ड्रेस कंधे में रखकर हाथ में चप्पल पकड़कर पढ़ने जाते हैं।दूसरे गांव में साइकिल मोटरसाइकिल खड़ी करके पैदल आना जाना पड़ता है। बीमार होने पर एक किलोमीटर दूर खड़ी एंबुलेंस तक खाट पर लादकर पहुंचाया जाता है।इन तमाम समस्याओं को लेकर ग्रामीणों में जबरदस्त आक्रोश देखने को मिला।ग्रामीणों ने शासन प्रशासन से रास्ता सही करवाने की मांग की है।
RAEBARELI(DALMAU)
TAHSIL CORRESPONDENT