बार एसोसिएशन की ओर से संपन्न हुआ होली मिलन समारोह एवं हास्य कवि सम्मेलन!
तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा तहसील सभागार!
CRS पुवायाँ/शाहजहाँपुर-बार एसोसिएशन की ओर से अधिवक्ता सभागार में कवि रामबाबू शुक्ला के संयोजन और प्रदीप वैरागी के सहसंयोजन में होली मिलन समारोह एवं हास्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया! कार्यक्रम का शुभारंभ बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एड जयशंकर अवस्थी, महामंत्री प्रभाकर मिश्रा और ओज के सशक्त हस्ताक्षर कवि उर्मिलेश सौमित्र ने दीप प्रज्ज्वलन कर संयुक्त रूप से किया!
कार्यक्रम का प्राथमिक संचालन वरिष्ठ अधिवक्ता विमल श्रीवास्तव ने किया!
अधिवक्ताओं खचाखच भरा बार सभागार सुधी श्रोताओं की तालियों की गड़गड़ाहट से बार बार गूंज रहा था!
ओज कवि उर्मिलेश सौमित्र के कुशल संचालन में आहूत कार्यक्रम में कवि अरविन्द पण्डित ने सरस्वती वंदना की!
युवा कवि विमल यादव और हिमांशु शुक्ला ने अपनी रचनाओं से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया! कवि तेजपाल जोशी निर्धन ने लोकगीत पढ़कर सभी को भावुक कर दिया! उर्मिलेश सौमित्र ने पढ़ा, तिरंगे रंग के परचम पे हिंदुस्तान जिंदा है! बफाओ के इसी आलम पे हिन्दुस्तान ज़िंदा है, पीढियां दुश्मनों की मिट गयीं इसको मिटाने में,
है कोई दम कि जिसकी दम पे हिन्दुस्तान ज़िंदा है! कवि रामबाबू शुक्ला ने कहा कि ‘तीर तरकस में कम नहीं रखते। कम किसी से भी दम नहीं रखते हम उपासक हैं शब्द साधक हैं लेखनी रखते हैं हाथों में घूम नहीं रखते! कवि प्रदीप वैरागी ने जोगीरा सुनाकर धमाल मचा दिया! उन्होंने कहा कि होली में जो बुरा मानते हैं करते फिरें मलाल!
उनको तो हम जानबूझकर करते पीला लाल! जोगीरा सारा रा रा रा! कभी अरविंद पंडित ने कहा जिसके दिल में किसी गैर की मोहब्बत हो, वो शाहजहां की मोहब्बत नहीं होती है।” युवा कवि विमल यादव ने कहा अब हो गई सारी हदें पूरी इंम्तहान की बस अब चंद सिक्के कमाना रह गया है! हिमांशु मोहन ने कहा जो दुनिया चलती है धोखे बाजो से उसमें मैं विश्वास बांटने निकला हूं!
तेजपाल जोशी ने कहा ,”कुदरत कहर को फिर- फिर बरपा रही है क्यों? सोचो कोई निर्धन तो सताया नहीं कभी! कवि मुनीष पांडे ने भी कविता पाठ किया!
बार एसोसिएशन के अध्यक्ष जयशंकर अवस्थी ने सभी का आभार व्यक्त किया!
इस अवसर पर कोषाध्यक्ष विश्वराज सिंह, संयुक्त मंत्री सतीश पाल, आर एन कपूर ,अवनीश कुमार सिंह ,सियाराम शुक्ला चंद्रशेखर शुक्ला, विपिन दीक्षित, अंकुर मिश्रा ,राम लखन सिंह बघेल, बबलेश सिंह तोमर, अनूप सिंह विनय मिश्रा सहित तमाम अधिवक्ता और सुधी श्रोता उपस्थित रहे!