सरकार की छवि खराब करने में और अस्पताल की व्यवस्थाए ठप्प रखने में अस्पताल कर्मी ही लगा रहे हैं 4 चांद!
(इमरान साग़र की क़लम से)
CRS तिलहर/शाहजहाँपुर-XRY के लिए जहाँ CHC में सेवा शुल्क के नाम पर मरीजो से जम कर धन बसूली होने की चर्चा होती है तो दूसरी ओर, शिट डाऊन करती बिजली से XRY कराने के लिए मरीजो को घंटो लाईन में लग कर इंतजा़र करना पड़ता है!
OPD समय में मरीजो की सुविधाओं के लिए CHC में मंहगे जनरेटर लगाए गए हैं लेकिन बिना डीजल के वे सिर्फ शोपीस बने नज़र आते है! इतना ही नही इस समस्या की शिकायत पर चिकित्सा अधिक्षक को कभी गंभीर होते नही देखा जाता!
सूत्रो की माने तो अस्पताल में सरकारी जनरेटरो के लिए बड़ी मात्रा में सरकार की ओर से डीजल सप्लाई किया जाता है परन्तु यह डीज़ल कहा चला जाता है, जनता जनार्दन सब जानती है! बताया जाता है, सरकारी स्तर से जनरेटरो के लिए मिलने वाला डीजल, का अस्पताल स्टाफ जम कर बंदर बांट कर लेता है और बिजली न होने पर जनरेटर बंद रहते हैं जिससे इस भीषण गर्मी में भी मरीजो तथा XRY कराने के लिए बड़ी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है!
