CRS AGENCY। उत्तर प्रदेश में इंसानियत को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। GST विभाग के अधिकारियों ने पंजाब के एक ट्रक चालक को मारपीट कर ट्रक के केबिन में बंद कर दिया। चालक को केबिन में तीन दिन बंद करके रखा। वह अपनी रिहाई के लिए मिन्नतें करता रहा, लेकिन अधिकारियों ने उसकी एक न सुनी।
बलबीर ने अधिकारियों को यहां तक भी बताया कि लुधियाना में घर पर उसके बेटे की मौत हो गई है। लेकिन इस पर भी GST अधिकारियों का दिल नहीं पसीजा। बेटे की मौत की खबर मिलने के बावजूद उसके संस्कार में शामिल न होने के गम और अधिकारियों ने जो उसे शारीरिक तशद्दत दी थी उसकी ताव न सहते हुए उसने केबिन में ही दम तोड़ दिया। तीसरे दिन जब अधिकारियों ने केबिन खोला तो सीट पर लाश मिली। मृतक की पहचान बलबीर सिंह निवासी लुधियाना के रूप में हुई है। चालक की मौत के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस ने कानपुर में GST विभाग में तैनात दो जॉइंट कमिश्नरों अमित मोहन और पारस नाथ के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। GST विभाग कानपुर के कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि दोनों जॉइंट कमिश्नरों के अलावा इस सारे कृत्य में शामिल अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों पर भी केस दर्ज किया गया है। इस घटना पर कानपुर के व्यापारियों ने भी कड़ा एतराज जताया है। कानपुर उद्योग मंडल के प्रधान ज्ञानेश्वर मिश्रा ने कहा कि यदि GST के अधिकारियों को लग रहा था कि ट्रक में गलत माल लोड है तो वह उसे जब्त कर लेते। जुर्माना लगा सकते थे। लेकिन ट्रक के चालक के साथ मारपीट करना उसे ट्रक के केबिन में ही बंद करके रखना कानूनी रूप से और मानवीय रूप दोनों तरीकों से गलत है। उन्होंने चेतावनी दी है कि 72 घंटे में यदि दोषी अधिकारी कर्मचारी गिरफ्तार न हुए तो वह संघर्ष के लिए मजबूर होंगे।