CRS NEWS रायबरेली: जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की लचर स्थिति और भ्रष्टाचार का नया मामला सामने आया है। ओटी टेक्नीशियन शुभम पटेल, जिसे “नटवरलाल” के नाम से संबोधित किया जा रहा है, एक दर्जन से अधिक निजी अस्पतालों में सेवाएं दे रहा था, यह चौंकाने वाला खुलासा तब हुआ जब पीड़ित संतोष पांडेय की शिकायत पर स्वास्थ्य विभाग ने जांच की। इस जांच के आधार पर शुभम पटेल के खिलाफ एसीएमओ डॉक्टर अरविंद कुमार की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है।
शुभम पटेल 15 से अधिक अस्पतालों में एक साथ काम कर रहा था। इनमें ट्रामा सेंटर, न्यू अजंता हॉस्पिटल और ममता हॉस्पिटल शामिल हैं। और विवादित फिनिक्स हॉस्पिटल भी है, शुभम पटेल बिना किसी आधिकारिक योग्यता या प्रमाण पत्र के, ओटी टेक्नीशियन के रूप में मरीजों की जान से खिलवाड़ कर रहा था। यह एक गंभीर अपराध है, जो न केवल मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ है, बल्कि स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति प्रशासन की उदासीनता भी दर्शाता है।
इससे भी गंभीर सवाल यह उठता है कि इन निजी अस्पतालों को लाइसेंस कैसे जारी किए गए, जबकि इन अस्पतालों में कानूनों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं? एसीएमओ डॉक्टर अरविंद कुमार के संरक्षण में शुभम पटेल का यह गोरखधंधा फल-फूल रहा था। जब इस मामले का पर्दाफाश हुआ, तो एसीएमओ ने शुभम के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराकर खुद को बचाने की कोशिश की, लेकिन सवाल यह है कि क्या सिर्फ एक टेक्नीशियन पर कार्यवाही करके स्वास्थ्य विभाग अपनी जिम्मेदारी से बच सकता है?
यह मामला सिर्फ शुभम पटेल के फर्जीवाड़े तक सीमित नहीं है। जिले में कई अस्पताल बिना उचित जांच-पड़ताल के चल रहे हैं। कुछ अस्पतालों को तो मेडिकल स्टोर की आड़ में चलाया जा रहा है, जहां आगे मेडिकल स्टोर और पीछे मरीजों को अस्पताल में भर्ती किया जाता है। यह साफ दर्शाता है कि जिले में झोलाछाप डॉक्टरों और फर्जी टेक्नीशियनों का गोरखधंधा फल-फूल रहा है, और स्वास्थ्य विभाग इसके प्रति पूरी तरह उदासीन बना हुआ है।
यह मामला स्वास्थ्य सेवाओं की ध्वस्त होती स्थिति का एक गंभीर उदाहरण है। जिले के जिम्मेदार अधिकारियों को इस पर कठोर कार्यवाही करनी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों और मरीजों की जान से खिलवाड़ बंद हो। स्वास्थ्य विभाग को जल्द से जल्द सख्त कदम उठाने चाहिए और इन फर्जी अस्पतालों और झोलाछाप डॉक्टरों पर लगाम लगानी चाहिए।
रायबरेली के नागरिक अब प्रशासन से उम्मीद कर रहे हैं कि स्वास्थ्य सेवाओं में व्याप्त इस भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।
CORRESPONDENT
RAEBARELI