अधिशासी अधिकारी तिलहर की हठधर्मी सहित 5 प्रशासनिक संस्थाओं को लीगल नोटिस!
तिलहर/शाहजहाँपुर-अधिशासी अधिकारी व पालिका प्रशासन की सयुक्त कार्यवाही में निज भूमि गाटा पर अबैध कब्जा कर खुर्दबुर्द करने व राजनीतिक दबाव में द्वोषभाव में भूमि स्वामी को प्रताणित करने पर प्रशासन के 6 लोगो को नोटिस भेज कर कहा गया है कि उक्त मामले में जबरन बाज न आने पर मा० न्यायालय द्वारा अर्थदण्ड फैसले के लिए तैयार रहें!
नगर से सटे राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़े भूमि गाटा सं० 42 रकबा 0.030 डिस्मिल(0.121हे०) ग्राम हिन्दूपट्टी अन्दर चुंगी NZA का मामला है! भूमि स्वामी रवी उल्ला पुत्र मजीदुल्ला पुत्र महबूब हसन उर्फ मंहगे निवासी मोहल्ला बहादुरगंज कस्वा तिलहर जिला शाहजहाँपुर ने जिलाधिकारी, उपजिलाधिकारी, तहसीलदार, परियोजना निदेशक NHAI, नगर पालिका परिषद तिलहर व E.O न०पा०तिलहर को लीगल नोटिस भेज कर चेताया है!
नोटिस में बिंदुबार बताया गया है कि उक्त भूमि गाटा सं० 42 रक़बा 0.030 डिस्मिल0.121हे० भूमि का उत्तरी भाग राष्ट्रीय राज मार्ग 24 से सटा है! भूमि के कुल रक़बे से (0.014हे०) रक़बा राष्ट्रीय राज मार्ग द्वारा अधिग्रहण किया गया था जिसका मुआवजा 34,22,222 रक़म नोटिस देहन्दा आदि के हक़ में घोषित किया गया था!
इससे पूर्व 14 अक्टूबर 24 को नोटिस देहन्दा रबीउल्ला द्वारा पालिका प्रशासन तिलहर व E.O को संलग्न प्रार्थना पत्र में उक्त भूमि के बाबत मा० न्यायालय परगनाधिकारी/सहायक क्लेक्टर प्रथम श्रेणी तिलहर में अपील सं० 15/92 अन्तर्गत धारा LR एक्ट में निर्णय दिनांक-28/9/2093 नोटिस देहन्दा के पक्ष में हुआ था, की छायाप्रति प्राप्त कराई जा चुकी है परन्तु इस सबके बाद भी अधिशासी अधिकारी व बड़े बाबू अपनी हटधर्मी एंव राजनैतिक दबाव में भूमि पर अबैध तरीके से कब्जा कर नोटिस देहन्दा को प्रताणित करते रहे हैं! NHAI में गई (0.14हे०) भूमि की आड़ में गरीब की सारी भूमि हड़पने की फिराक़ में हैं!
सूत्र बताते है कि नगर पालिका प्रशासन व ईओ की मिलीभगत के चलते भूमि गाटा सं०-113 रक़बा लगभग 19 हजार 800 वर्गमीटर, ग्राम उम्मरपुर स्थित केलरगंज व भूमि गाटा सं०-28, 32, 33, 34, 35, 36, 37, 40, 42, 43 तथा 51, 52, 55, व 59 तथा 60 रक़बा लगभग 30040 वर्गमीटर की बड़ी भूमि पर अबैध कब्जे कर लिए गए जिन पर लगभग 3 दर्जन से अधिक भवन बिना मानचित्र के निर्माण कराए गए! राजनैतिक दबाव के कारण उक्त भूमि अब तक अबैध कब्जा मुुक्त नही कराई जा सकी लेकिन, नगर के गरीबो की असल सम्पत्तियाँ, सार्वजनिक प्रयोग की आड़ लेकर उनसे जबरन छीनी जा रही है!