सहसबान, बदायूं–तहसील में तैनात लेखपाल सुमित कुमार सिंह का एक हैरतअंगेज कारनाम उजागर हुआ है लेखपाल ने शहबाजपुर रकबे के नक्शे में धोखाधड़ी करते हुए एक नया नंबर अंकित कर दिया। इसकी शिकायत पीड़ित ने मुख्यमंत्री सहित प्रशासन के आला अधिकारियों से की है।
मुख्यमंत्री को भेजें शिकायती पत्र में श्रीमती विधवा जैबुन निशा पत्नी मुशर्रफ और शवाव अली पुत्र निशात अली निवासी मोहल्ला नवादा ने बताया है कि उसके नाम भूमि गाटा संख्या 112/1रकवा 0.0510 हे० तथा गाटा संख्या 113 रकवा0.0380 हे० है। जब पीड़ित ने अपनी भूमि की ठियाबंदी कराने के लिए मुकदमा डाला और नक्शे के लिए सवाल नकल डाला तब उस पर राजस्व अधिकारी ने रिपोर्ट लगा दी की नक्शा क्षतिग्रस्त अवस्था में है जिसकी नकल जारी नहीं की जा सकती। हल्का लेखपाल सुमित ने भू माफियाओं से सांठगांठ कर नक्शे में तब्दीली की है जो एक संगीन मामला है पीड़ित की भूमि बदायूं मेरठ हाईवे पर ओम फिलिंग स्टेशन के ठीक सामने हैं और बेशकीमती है इस पर भूमि माफियाओं कि काफी समय से नजर है। पीड़ित का आरोप है कि भू माफिया उसकी जमीन पर जबरिया कब्जा करना चाहते हैं और भू-माफियाओं के दबाव में हल्का लेखपाल सुमित कुमार शिकायतकर्ता की भूमि का सीमांकन नहीं कर रहा है और कह रहा है कि तुम्हारी भूमि सड़क में चली गई पीड़ित का आरोप है यह हल्का लेखपाल सुमित ने नक्शे में तब्दीली कर प्रार्थी के सड़क किनारे के नंबरों को नक्शे में एक लाइन खींच कर पीछे दिखा दिया है जबकि पुराने नक्शे में ऐसी कोई लाइन नहीं है प्रार्थी के ही नंबर सड़क के किनारे हैं। लेखपाल सहित भू-माफियाओं का सत्ता पक्ष के नेताओं से करीबी रिश्ता है और हल्का लेखपाल भी उनका साझीदार है जिस कारण से हल्का लेखपाल तहसील में एक लंबे समय से जमा हुआ है जब जब इसका स्थानांतरण होता है तब तब सत्ता पक्ष के भू-माफिया इसका स्थानांतरण रूकवा देते हैं जिस कारण से उसके हौसले बुलंद है। पीड़ित ने भू-माफियाओं के साझीदार लेखपाल सुमित के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
BADAUN
DISTRICT CORRESPONDENT