तिलहर डाक घर, ऊँची दुकान और फीके पक़बान से अधिक नही!
CRS तिलहर/शाहजहाँपुर-जर्जर इमारत में चल रहा तिलहर का मुख्यडाक घर, कर्मचारियों का सिर्फ आराम गाह बनता जा रहा है! यहाँ टिकिट वितरण प्रणाली तो एक लम्बे समय से खत्म हो चुकी है लेकिन स्पीट पोस्ट या रजिष्ट्री कराने वालो की लगने वाली लम्बी कतार को नेट सरवर डाऊन बता कर छोटे और प्रायवेट स्तर से चल रहे डाक घरो पर जाने के लिए बेबस किया जाता है!
केन्द्र सरकार के आधीन चलने वाला डाक विभाग का जनपद स्थित GPO में जहाँ समय की पाबन्दी के साथ कर्मचारी काम करते नज़र आते हैं तो वहीं तिलहर के मोहल्ला मौजमपुर स्थित जर्जर इमारत में चल रहे डाक घर के कर्मचारी एक रजिष्ट्री या स्पीड पोस्ट करने के लिए ग्राहको से कई चक्कर ही नही लगवाते बल्कि सीधी भाषा में जबाब न देकर अभ्रदता का जम कर प्रयोग करते देखे जाते हैंं!
एक जानकारी के अनुसार डाक म्चुअल फंड और डाक विभाग से सम्बन्धित NSC आदि भेजने पर लगे प्रायवेट स्तर के कर्मचारियों के आगे विभागीय कर्मचारी पूरी तरह बेबस नज़र आते हैं! यहाँ तक कि डाक विभाग में चालू खाताधारको के साथ भी जबरदस्त अभ्रदता देखने को आसानी से मिल जाती है जबकि वहीं दूसरी ओर डाक विभाग अपने यहाँ बेकिंग सिस्टम की तरह खाते खुलवाने के लुभावने अवसर देने का जमकर प्रचार करता दिखाई पड़ता है मौके पर पहुंच कर देखने से पता चलता के यानि ऊँची दुकान और फीक़े पक़बान वाली कहाबत से ज्यादा कुछ नही!