स्वास्थ्य विभाग में नीत विरुद्ध हुए स्थानांतरण के विरोध में राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद उत्तर प्रदेश के नेतृत्व में दिनाँक 14 जुलाई 22 को महानिदेशालय स्वास्थ्य भवन लखनऊ एक दिवसीय धरना देकर नीत विरुद्ध हुए स्थानांतरण को निरस्त किये जाने का अनुरोध किया गया था परन्तु महानिदेशक महोदय के द्वारा अभी तक कोई कार्यवाही न किये जाने के कारण परिषद को आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ रहा है आंदोलन के द्वितीय चरण में प्रदेश के समस्त कर्मचारी 20 जुलाई से 24 जुलाई तक काला फीता बांध कर विरोध पर्दशन करेंगे 25 जुलाई को मुख्य चिकित्साधिकारी के कार्यालय पर एक दिवसीय धरना दिया जाएगा तथा दिनाँक 26 जुलाई 22 से 30 जुलाई 22 तक 2 घंटे का कार्य वहिष्कार करते हुए जिलाअधिकारी के माध्यम से माननीय मुख्यमंत्री जी को ज्ञापन प्रेषित करेंगे 30 जुलाई तक स्वस्थ विभाग के उच्च अधिकारियों के द्वारा नीत विरुद्ध किये गये स्थानांतरण निरस्त नही किये जाते है तो ऐसी परिस्थिति में प्रांतीय पदाधिकारियो द्वारा हड़ताल का निर्णय लिया जा सकता है जिसमे जनपद के समस्त कर्मचारी पूर्णरूपेण भागीदारी करेंगे स्तानन्तरण नीत 15 जून 22 को शासन द्वारा जारी की गई जिसमें स्पस्ट है कि 2 वर्ष सेवानृवित, गम्भीर विमारी से ग्रसित, विकलांग कर्मचारी अथवा पति ,पत्नी दोनी सेवा में हो या मानता प्राप्त संगठनों। के पदाधिकारियो (अध्यक्ष, मंत्री) का स्तानन्तरण न किये जाय परन्तु स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी शासनादेशों का उलंघन करते हुए नीत के विरुद्ध स्थानांतरण कर दिए है इसी प्रकार बेलाभेला में कार्यरत चीफ फार्मासिस्ट आर एन प्रभाकर का स्थानान्तरण अन्य जनपद कर दिया गया है जब की श्री प्रभाकर अगस्त22 में सेवानृवित हो जाएंगे
लैब टेक्नीशन संघ के जिला मंत्री राजकुमार का भी स्थानांतरण कर दिया गया है जो उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा जारी वर्ष 2022-23 का उलंघन है संघ माननीय मुख्यमंत्री जी स्वास्थ्य मंत्री जी से अनुरोध है कि नीत विरुद्ध हुए स्थानांतरण को तत्काल निरस्त करने हुए महानिदेश को निर्देश जारी किए जाय अन्यथा की स्थित में पूरे प्रदेश में स्वास्थ्य कर्मचारी अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले जाएँगे जिसकी समस्त जिमेदारी स्वास्थ्यविभाग की होगी
राजेश सिंह अध्यक्ष राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद रायबरेली