नम् आखों से दी गई पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष इमरान खाँ को आखिरी बिदाई!
CRS तिलहर/शाहजहाँपुर-मगंल का दिन नगरवासियों के लिए एक बड़े झटके से कम नही था क्यूंकि मंगलवार सुबह नगर के चहीते और कुदरत मंजिल के वारिस, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष सपा नेता और समाजसेवी इमरान की मौत की खबर मिलते ही जैसे एक बड़ा झटका लगा! खबर सुनते ही नगर भर के लोग कुदरत मंजिल की ओर दौड़ने लगे और फिर देखते देखते उनके चाहने वालो की भीड़ हजारो की तादात में बदल गई!
कोरोना की चपेट में आने के बाद इमरान खाँ अक्सर बीमार रहते थे। उनके लिवर में संक्रमण होने की वजह से उनका लगातार इलाज चल रहता था, लेकिन इसके बाद भी वे समाज और नगरवासियों के लिए सदैव अपनी जिम्मेदारियाँ निभाते रहते! जब भी अधिक बीमार पड़ते इन्हे इलाज के लिए लेजाया जा और जरा सा ठीक होते ही वे फिर समाज के लिए अपने दायित्वो का निर्वहन करने में लग जाते!
सोमवार मंगलवार की रात, लगभग 2:30 बजे अपोलो पहुंचने के बाद उनका इलाज शुरू हुआ था! बताते हैं कि सुबह उनका बीपी और शुगर लेवल डाउन होता चला गया! मंगलवार सुब 11 बजे इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली! मंगलवार रात लगभग 9 बज कर 15 मिनट पर नगर उम्मरपुर ईदगाह स्थित कब्रिस्तान में नम आँखो से सुप्र-ए-खाक़ किया गया! इमरान खाँ अपने पीछे पत्नी हाजरा बेगम (वर्तमान चेयरमैन) 17 वर्षीय पुत्री दाफिया, 15 वर्षीय पुत्र नोमान और 14 वर्षीय पुत्र रेहान को रोता बिलखता छोड़ गए!
सादगी से भरी कुदरत मंजिल के इस परिवार में 18 वर्षो से अध्यक्ष पद रहता आ रहा है! वर्ष 2006 से 2011 तक इमरान खान की माँ खासिया बेग़म, वर्ष 2012 से 17 तक इमरान खाँ स्वयं अध्यक्ष रहे! 2017 के चुनाव में सीट पिछड़ा आरक्षित हो पर उन्होंने पिछड़ा वर्ग से आने वालीं अपनी पत्नी हाजरा बेगम को चुनाव लड़ाकर जीत हासिल की और फिर वर्ष 2022 के चुनाव में हाजरा बेगम दोबारा चुनाव जीतकर अध्यक्ष बनीं!
कुदरत मंजिल के प्रति लोगो की मुहब्बत और राजनीतिक इतिहास की बात करें तो इससे पहले इमरान खाँ के पिता इफ्तिखार हुसैन उर्फ मुकन्नू बाबू 1970 से 1980 तक दो बार पालिका के अध्यक्ष रहे थे और इतना ही नही बल्कि इमरान खाँ के बाबा कुदरत हुसैन उर्फ बुद्धन खान भी अध्यक्ष रहे थे! इमरान के निधन से परिवार को गहरा झटका लगा है!
फाईल फोटो-इमरान खाँ